हमारी सेवाएं
हमारा ध्येय – धर्म, सेवा और समाज के लिए समर्पण
"जहाँ सेवा है, वहीं शिव हैं – और जहाँ समर्पण है, वहीं समाज का उत्थान है।"
कन्या विवाह आयोजन
श्रवण गंगा सेवा समिति न केवल आध्यात्मिक सेवा में अग्रसर है, बल्कि सामाजिक उत्थान की दिशा में भी उल्लेखनीय योगदान दे रही है। समिति के सचिव श्री सूर्य प्रताप सिंह जी वर्षों से क्षेत्र की असहाय, निर्धन और जरूरतमंद बेटियों के विवाह का पावन कार्य भी कराते आ रहे हैं। यह सेवा निःस्वार्थ भावना से की जाती है, जिसमें न कोई दिखावा होता है, न प्रचार – केवल समर्पण और सहयोग की भावना से बेटियों को सम्मानजनक जीवन की ओर अग्रसर किया जाता है।
रक्तदान सेवा – जीवन बचाने का संकल्प
समिति की सेवाएं केवल धार्मिक क्षेत्र तक सीमित नहीं हैं। श्री सूर्य प्रताप सिंह जी युवाओं को निरंतर रक्तदान के लिए प्रेरित करते हैं और समय-समय पर रक्तदान शिविरों का आयोजन भी करवाते हैं। कई बार तो आवश्यकता पड़ने पर स्वयं हॉस्पिटल पहुंचकर समिति के स्वयंसेवकों सहित जरूरतमंद मरीजों को तत्काल रक्तदान करके जीवन बचाया गया है। स्वयं सूर्य प्रताप जी भी कई बार रक्तदान कर चुके हैं, बिना किसी प्रचार के – सिर्फ एक ही उद्देश्य के साथ कि सेवा ही धर्म है और जरूरतमंद की मदद ही श्रवण गंगा सेवा समिति का संकल्प है।
निःशुल्क चिकित्सकीय शिविर – बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य सेवा
समिति द्वारा कैंप कार्यालय पर नियमित रूप से निःशुल्क स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन भी किया जाता है, जिसमें बुजुर्गों एवं आम जनमानस को निशुल्क चिकित्सा परामर्श और उपचार प्रदान किया जाता है। यह सेवा पिछले कई वर्षों से निरंतर रूप से जारी है, जिससे हजारों जरूरतमंद लाभान्वित हो चुके हैं।
गौसेवा और प्राकृतिक खेती – ग्राम समाज के लिए समर्पण
समिति द्वारा निराश्रित व बेसहारा गोवंशों की पहचान कर उन्हें गौशालाओं तक पहुँचाने, चारे-पानी की व्यवस्था कराने, और समय-समय पर गौशालाओं की सेवा में सहयोग करने का कार्य किया जाता है।
कंबल, वस्त्र और खाद्य वितरण सेवा
शीत ऋतु में समिति द्वारा गरीब, अनाथ बच्चों व बुजुर्गों को गर्म कपड़े, कंबल व राशन उपलब्ध कराया जाता है, जिससे कोई भी इंसान भूखा या ठंड में असहाय न रहे।
नैतिक शिक्षा एवं बुजुर्ग सम्मान शिविर
युवाओं में बड़ों के प्रति सम्मान, सेवा और नैतिकता की भावना जगाने हेतु विशेष शिविरों का आयोजन किया जाता है, जिससे सांस्कृतिक और सामाजिक मूल्यों की पुनर्स्थापना हो।
खेल प्रतियोगिताएं और युवा प्रोत्साहन
समिति द्वारा कबड्डी, क्रिकेट व अन्य खेलों की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं, और हर वर्ष विशाल दंगल कराया जाता है – जिससे युवाओं में स्वास्थ्य, अनुशासन और प्रतिस्पर्धा की भावना को बल मिलता है।
कांवड़ सेवा शिविर व भंडारा आयोजन
श्रावण मास व महाशिवरात्रि पर समिति द्वारा विशाल कांवड़ शिविरों का आयोजन किया जाता है जिसमें भोजन, दवाई, विश्राम आदि की निःशुल्क व्यवस्था रहती है। साथ ही धार्मिक स्थलों पर भंडारे का आयोजन कर सद्भाव और सेवा का प्रसाद वितरित किया जाता है।