श्रवण गंगा सेवा समिति


about
श्रवण गंगा सेवा समिति – सेवा, श्रद्धा और संकल्प का संगम
श्रवण गंगा सेवा समिति एक निःस्वार्थ, सेवाभावी संगठन है जो प्रत्येक पूर्णिमा तिथि पर श्रद्धालुजनों को नि:शुल्क गंगा स्नान की सुविधा प्रदान करता है। इस पुण्य यात्रा की शुरुआत 15 मई 2022 को हुई थी, और तब से यह सेवा निरंतर जारी है। समिति का मुख्य उद्देश्य है – प्रत्येक व्यक्ति को माँ गंगा के पावन जल में स्नान का सौभाग्य सुलभ कराना, वह भी सेवा और समर्पण के भाव से।
समर्पित सेवाएँ

गंगा स्नान पूर्णिमा यात्रा
हर माह की पूर्णिमा पर समिति द्वारा श्रद्धालुओं को नि:शुल्क गंगा स्नान यात्रा कराई जाती है, जो कि 15 मई 2022 से निरंतर चल रही है। 40-50 बसों द्वारा श्रद्धालुओं को गांव-गांव से एकत्र कर गंगाजी घाट (सोरों जी) तक ले जाया जाता है।

निर्धन कन्याओं का सामूहिक विवाह
समिति द्वारा गरीब, अनाथ और असहाय बेटियों की शादी नि:शुल्क कराई जाती है — पूरे सामाजिक सम्मान और गरिमा के साथ। यह सेवा संस्था के संवेदनशील और समर्पित स्वरूप को दर्शाती है।

रक्तदान शिविर और जीवन रक्षा सेवा
युवाओं को रक्तदान के लिए प्रेरित किया जाता है। समिति द्वारा समय-समय पर शिविर लगाए जाते हैं, और जरूरत पड़ने पर स्वयंसेवक अस्पतालों में पहुँचकर रक्तदान करते हैं। सचिव श्री सूर्य प्रताप जी स्वयं कई बार रक्तदान कर चुके हैं।
our numbers
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निःशुल्क गंगा स्नान सेवा
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लड़कियों की शादी सहायता
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रक्तदान शिविर
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नि:शुल्क गंगा स्नान सेवा
श्रवण गंगा सेवा समिति एक निःस्वार्थ, सेवाभावी संगठन है जो प्रत्येक पूर्णिमा तिथि पर श्रद्धालुजनों को नि:शुल्क गंगा स्नान की सुविधा प्रदान करता है। इस पुण्य यात्रा की शुरुआत 15 मई 2022 को हुई थी, और तब से यह सेवा निरंतर जारी है। समिति का मुख्य उद्देश्य है – प्रत्येक व्यक्ति को माँ गंगा के पावन जल में स्नान का सौभाग्य सुलभ कराना, वह भी सेवा और समर्पण के भाव से।
कैंप कार्यालय लालपुर, सिकरारी (एटा) से बसों के माध्यम से श्रद्धालुओं को गंगाजी घाट, सोरों जी ले जाया जाता है। प्रत्येक केंद्र व ग्राम से यात्रियों को एकत्र करने के लिए समिति की ओर से केंद्र व्यवस्थापक एवं सह व्यवस्थापक नियुक्त किए जाते हैं। ये स्वयंसेवी गंगा स्नान से पूर्व और पश्चात यात्रियों की पूरी जिम्मेदारी निभाते हैं – पूर्ण समर्पण और सेवा-भाव के साथ।
प्रत्येक पूर्णिमा पर 40 से 50 बसों के माध्यम से विभिन्न ग्रामों, जनपदों और मंडलों से श्रद्धालुजनों को गंगा-स्नान हेतु ले जाया जाता है। यह संपूर्ण आयोजन निःशुल्क होता है और इसमें भाग लेने वाले प्रत्येक सेवक समिति की भावना और उद्देश्य को आगे बढ़ाते हैं।
इस पुनीत सेवा कार्य के मुख्य प्रेरणास्रोत एवं संयोजक श्री सूर्य प्रताप सिंह जी हैं, जो तन-मन-धन से इस आयोजन को निरंतर गति देने में जुटे हुए हैं। उनका निःस्वार्थ सेवा भाव ही समिति की आत्मा है।

अन्य गतिविधि
युवा शक्ति और संस्कृति के लिए
वार्षिक विशाल दंगल का आयोजन
समिति द्वारा हर वर्ष पारंपरिक “विशाल दंगल” का आयोजन किया जाता है, जिसमें क्षेत्र के नामी पहलवान भाग लेते हैं। यह आयोजन भारतीय अखाड़ा संस्कृति को संरक्षित करने और युवाओं को स्वास्थ्य, अनुशासन और आत्मबल की प्रेरणा देने के उद्देश्य से किया जाता है।
खेल प्रतियोगिताएं – ऊर्जा, उत्साह और एकता का संगम
समिति क्षेत्रीय, ग्राम पंचायत और जिला स्तर पर कबड्डी, क्रिकेट, दौड़, रस्साकशी जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन करती है, जिससे गाँव-गाँव के युवा अपनी प्रतिभा दिखा सकें और स्वस्थ जीवनशैली की ओर अग्रसर हो सकें।
भंडारे का आयोजन – धर्म स्थलों पर स्नेह और सेवा का प्रसाद
समिति द्वारा सामाजिक और धार्मिक स्थलों पर समय-समय पर विशाल भण्डारों का आयोजन किया जाता है। हर भंडारा केवल अन्न वितरण नहीं, बल्कि मानवता को जोड़ने का एक माध्यम होता है।
विशाल कांवड़ शिविर – भक्ति और सेवा का अद्भुत संगम
हर वर्ष श्रावण मास और महाशिवरात्रि पर समिति द्वारा विशाल कांवड़ शिविरों का आयोजन किया जाता है, जिसमें देश के कोने-कोने से आने वाले शिवभक्तों के लिए – निःशुल्क भोजन दवाइयों की सुविधा विश्राम स्थल और प्राथमिक चिकित्सा की पूरी व्यवस्था श्रद्धा और सेवा भाव से की जाती है।
धर्म, सेवा और संस्कृति का संगम
श्रवण गंगा सेवा समिति की सेवाएं केवल सामाजिक कल्याण तक सीमित नहीं, बल्कि वे धार्मिक आयोजनों, आस्था की यात्रा और आत्मिक कल्याण से भी गहराई से जुड़ी हैं।